परिभाषाविशेषण वह शब्द होता है, जो किसी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता, गुण, मात्रा, अवस्था, संख्या, रंग या कोई और भिन्नता बताता है। अर्थात, जो शब्द संज्ञा/सर्वनाम की पहचान को और अधिक स्पष्ट व विस्तृत बनाता है, वही ‘विशेषण’ कहलाता है।...
सर्वनाम किसे कहते हैं? परिभाषा: सर्वनाम (Pronoun) वह शब्द है जो वाक्य में संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होता है, ताकि वाक्य को सरल, प्रभावी और संक्षिप्त बनाया जा सके। उदाहरण के लिए, “राम पढ़ रहा है। राम स्कूल जा रहा...
संज्ञा (Noun) वह शब्द है जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, गुण, अवस्था, या विचार का नाम व्यक्त करता है। संज्ञा किसी विशेष व्यक्ति, स्थान, वस्तु, या विचार की पहचान प्रदान करती है। यह भाषा में सबसे महत्वपूर्ण और सामान्य शब्दों में...
शब्द की परिभाषा और भेद शब्द भाषा की मौलिक इकाई है, जिसका उपयोग किसी विचार, भावना, या वस्तु को व्यक्त करने के लिए किया जाता है। शब्दों के माध्यम से हम अपने विचारों, दृष्टिकोणों और भावनाओं को दूसरों तक पहुंचाते हैं।...
संधि किसे कहते हैं? हिन्दी व्याकरण में संधि का अर्थ है दो अक्षरों का ऐसा मेल या योग जिसमें उनके उच्चारण में परिवर्तन हो जाए। यह शब्दों के निर्माण और उनके संयोग को दर्शाने वाली महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। संधि के माध्यम...
वर्णमाला का अर्थ है सभी वर्णों का सुव्यवस्थित क्रम। हिंदी भाषा में, सभी अक्षरों या ध्वनियों का एक निर्धारित क्रम होता है, जिसे वर्णमाला कहा जाता है। 1. वर्णमाला की परिभाषा वर्णों के क्रमबद्ध समूह को वर्णमाला कहते हैं। प्रत्येक भाषा...
व्यंजन की परिभाषा हिंदी व्याकरण में वे ध्वनियाँ जिनके उच्चारण में वायु मार्ग में किसी न किसी अवरोध का अनुभव होता है, उन्हें व्यंजन कहते हैं। व्यंजन का स्वतंत्र रूप से उच्चारण नहीं होता, इसके लिए किसी स्वर का साथ आवश्यक...
स्वर की परिभाषा स्वर वह ध्वनि होती है, जिसका उच्चारण बिना किसी अवरोध के मुख से निकलता है। यह भाषा की सबसे छोटी ध्वन्यात्मक इकाई होती है और इसका स्वतंत्र रूप से उच्चारण किया जा सकता है। हिंदी भाषा में स्वरों...
परिचय: हिंदी व्याकरण में वर्ण विचार एक महत्वपूर्ण विषय है। यह भाषा के मूल तत्वों में से एक है। वर्ण वह इकाई है जो शब्दों को बनाने के लिए आवश्यक होती है। भाषा के अध्ययन और विश्लेषण में वर्ण विचार का...
अलंकार शब्द का अर्थ है ‘श्रृंगार’ या ‘सौंदर्य’। जिस प्रकार किसी वस्तु की सुंदरता को बढ़ाने के लिए उसके ऊपर सजावट की जाती है, उसी प्रकार काव्य में भावों और शब्दों की सुंदरता को बढ़ाने के लिए अलंकारों का प्रयोग किया...