क्रिया- परिभाषा, भेद, उदाहरण और उपयोग

क्रिया वह शब्द है जो किसी कार्य के होना, होना ही या किसी की दशा को प्रकट करता है। हिंदी व्याकरण में इसे वाक्य का प्रमुख अंग माना गया है, क्योंकि बिना क्रिया वाक्य अधूरा होता है।

उदाहरण:

  • राम स्कूल जाता है।
  • पंखा चलता है।
  • छात्र पढ़ रहे हैं।

यहां ‘जाता है’, ‘चलता है’, ‘पढ़ रहे हैं’ — सभी क्रियाएँ हैं, जो संबंधित कर्ता के कार्य या दशा का बोध कराती हैं।

क्रिया के प्रकार

सरकारी नौकरी परीक्षाओं में क्रिया के प्रकार बहुत पूछे जाते हैं। यहाँ प्रमुख प्रकार, उनकी विशेषताएँ और उदाहरण दिए गए हैं:

1. अकर्मक क्रिया (Intransitive Verb)

ऐसी क्रिया जिसके लिए कर्म (object) की आवश्यकता नहीं होती — कार्य कर्ता पर ही समाप्त हो जाता है।

  • उदाहरण:
    • बच्चा हँसता है।
    • सूरज उगता है।

2. सकर्मक क्रिया (Transitive Verb)

ऐसी क्रिया जो अपने अर्थ की पूर्ति के लिए कर्म (object) की आवश्यकता रखती है।

  • उदाहरण:
    • गीता किताब पढ़ती है।
    • राम दूध पीता है।

3. सहायक क्रिया (Auxiliary Verb)

ऐसी क्रिया जो मुख्य क्रिया के साथ जुड़कर काल, विधि आदि का बोध कराए।

  • उदाहरण:
    • वह घर जा रहा है।
    • रीता आई थी।

4. प्रमुख क्रिया (Main Verb)

वह क्रिया जो वाक्य में स्वयं कार्य बताने का काम करे (सहायक या सहायकवाची क्रिया न हो)।

  • उदाहरण:
    • शिक्षक पढ़ाते हैं।

5. निक्रिया (Impersonal Verb)

ऐसी क्रिया जो किसी कर्ता से संबंधित न हो (प्रायः प्राकृतिक या सामान्य घटनाओं के लिए)।

  • उदाहरण:
    • आज बारिश हो रही है।
    • रात होने लगी।

6. पूर्वसर्गयुक्त क्रिया (Phrasal Verb)

प्रत्यय या उपसर्गों के जरिए नई अर्थ वाली क्रिया बने।

  • उदाहरण:
    • लड़का भाग गया।
    • बाजार चल पड़ा।

तोड़-बिंदुओं सहित तालिका: मुख्य हिंदी क्रिया-प्रकार एवं उदाहरण

क्रिया का प्रकारपहचानअद्वितीय उदाहरण
अकर्मक क्रियाबिना कर्म के कार्यबच्चा रोया।
सकर्मक क्रियाकर्म का होना आवश्यकछात्र प्रश्न हल कर रहा है।
सहायक क्रियामुख्य क्रिया की पूरकवह गीत गा चुका है।
प्रमुख क्रियाक्रिया का मुख्य तत्वकिसान खेत जोतता है।
निक्रियाकर्ता निर्भरता नहीं, प्रकृति या दशाआज धुंध छाई है।
पूर्वसर्गयुक्त क्रियाउपसर्ग से बना नया अर्थराजू दौड़ पड़ा।

महत्वपूर्ण बिंदु (Revision Points)

  • क्रिया वाक्य में कार्य, दशा या घटना का बोध कराने के लिए होती है।
  • क्रिया बिना वाक्य अधूरा होता है।
  • भिन्न-भिन्न परीक्षा बोर्ड (SSC, UPPSC, CTET, आदि) में प्रायः क्रिया के प्रकार, परिभाषा एवं उदाहरण पूछे जाते हैं।
  • वास्तविक उदाहरण के सवालों के लिए प्रश्न में दिए गए वाक्य का विश्लेषण करना सीखें तथा क्रिया को पहचानें।

क्रिया पहचानने की सरल युक्ति

  • कौन क्या कर/रहा/रही/हूँ/है/थे/था—इन शब्दों के आस-पास जो शब्द दिखें, वही अधिकतर क्रिया होती है।
  • क्रियाओं के परिवर्तन (जैसे – गया, जाती, जाएंगे) से काल, व्यक्ति, संख्या, लिंग का बोध भी होता है।

अभ्यास के लिए प्रश्न

  1. निम्न वाक्य में क्रिया छाँटें और उसका प्रकार लिखें :
    • “शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे हैं।”
    • “पेड़ गिर गया।”
  2. क्रिया के किसी दो प्रकार के अपने स्वयं के उदाहरण बनाएँ।

यह संपूर्ण कंटेंट विद्यार्थियों की तैयारी के लिए मौलिक, विश्लेषणात्मक और परीक्षा-उपयोगी है, जिससे हिंदी व्याकरण का गहरा अभ्यास संभव है।

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